बछरावां-महराजगंज रोड से जुड़ा थुलेंडी संपर्क मार्ग का अभी एक साल पहले ही निर्माण कराया गया था। लोक निर्माण विभाग ने करीब 16 लाख रुपये का बजट इस पर खर्च किया था, ताकि लोगों को आवागमन में दिक्कत न हो। इसी के बाद जमीन के नीचे पड़ी सालों पुरानी जल निगम की पाइप लाइन में लीकेज आ गया। ग्रामीण शिकायत पर शिकायत करते रहे। लेकिन, जिम्मेदारों ने ठोस कदम नहीं उठाए। कभी बजट का रोना रोया जाता तो कभी दूसरों पर दोष मढ़ा जाता रहा। नतीजा गांव में बड़ी मस्जिद से लेकर प्राथमिक स्कूल तक सड़क इस लीकेज के पानी के कारण ध्वस्त हो गई।
हजारों के लिए लाखों का नुकसान
जानकार बताते हैं कि पाइप लाइन की लीकेज को ठीक करने में हजारों का खर्च आता है। अगर बड़ी लाइन में लीकेज है तो 10 से 20 हजार और छोटी लाइन है तो 5 से 10 हजार रुपये लगते हैं। इस बजट का भी इंतजाम जल निगम नहीं करा सका। जिसके चलते लाखों रुपये से बनी सड़़क बर्बाद हो गई।